मुंहासे – मूल बातें जो आपको जानना जरूरी है
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मुंहासे – मूल बातें जो आपको जानना जरूरी है
उन लोगों के लिए जो मुँहासे से निपट रहे हैं, इस बारे में आवश्यक ज्ञान होना कि यह कहाँ से आता है और इसका इलाज कैसे किया जाता है, यह मुंहासे के सम्बन्ध में जानकारी का पहला कदम है जिसकी जानकारी हर व्यक्ति को होनी चाहिए परन्तु ऐसा नही है। सत्यता यह है कि जो व्यक्ति मुहांसे की समस्या से नही गुजरे हैं, उन्हें मुँहासे के सम्बन्ध में कोई जानकारी नही हैं। इस लेख में मुहांसे की मूल बातों (बेसिक जानकारी) पर प्रकाश डाला जा रहा है।
मुहांसे क्या हैं तथा यह कैसे बनते हैं?
मुंहासे किसी संक्रमण के कारण मनुष्य की त्वचा पर बनने वाले दाने हैं जो कि चेहरे के सौन्दर्य को नष्ट कर देते हैं तथा दर्द व कष्ट देते हैं। मुंहासे बैक्टीरिया के कारण होते हैं जो आपके चेहरे पर आकर्षित होते हैं। मुहांसे आप के चेहरे की त्वचा की तरफ इसलिए आकर्षित होते हैं क्योंकि आपकी त्वचा तैलीय और गर्म होती है और खिलाने के लिए मृत त्वचा कोशिकाएं हैं। मुहांसे आपके चेहरे पर त्वचा के छिद्रों में और घर पर खुद को बनाते हैं जिससे आपकी त्वचा चिड़चिड़ी हो जाती है और उस भयावह दाना आता है। मुहांसे पारिवारिक जीन तथा पर्यावरणीय समस्याओं के कारण भी होते हैं। रक्त का अशुध्दता / गर्मी के कारण भी मुहांसे हो जाते हैं। महिलाओं में उम्र के चढ़ाव में हार्मोन्स परिवर्तन के कारण भी मुहासे होते हैं।
मुहांसे का उपचारः
मुहांसे का उपचार कई प्रकार से किया जाता है। सर्वप्रथम संतुलित आहार खाने और पूरक आहार का सेवन करके मुहासे का उपचार करना चाहिए। अधिक गरिष्ठ व फैटी पदार्थों, मद्यमान, स्मोकिंग, ड्रिंकिंग का त्याग कर देना चाहिए। इससे पर्याप्त विटामिन्स तथा पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है। खून की गर्मी / अशुध्दता तथा हार्मोन्स परिवर्तन के कारण होने वाले मुहांसे ठीक हो जाते हैं।
जायफल को दूध में घिसकर सुबह-शाम एक माह तक नियमित रूप से मुहांसों पर लगाने से मुहांसे ठीक हो जाते हैं। दस ग्राम सफेद प्याज के रस में एक ग्राम सेंधा नमक तथा पांच ग्राम शहद अच्छी तरह से मिलाकर दिन में दो बार मुहांसों पर चर से चा्च सप्ताह तक नियमित रूप से लगाने से मुहांसे ठीक हो जाते हैं। तीस ग्राम अजवाइन को बारीक पीसकर दही में अच्छी तरह से मिलाकर रात में सोते समय मुहांसों पर नियमित रूप से तीन सप्ताह तक लगाने से मुहांसे ठीक हो जाते हैं।
चिकित्सक से सम्पर्क करके परामर्श करके उनके द्वारा अनुशंसित दवाओं (एंटीबायोटिक्स, रक्तशोधक, क्रींम आदि) का निमयित सेवन करके मुहांसे का उपचार किया जा सकता है।