चेहरे के लिए ग्लिसरीन का उपयोग कैसे करें

चेहरे के लिए ग्लिसरीन का उपयोग कैसे करें
ग्लिसरीन एक रंगहीन, गंधहीन, गाढ़ा, स्वाद में कुछ मीठा, तरल तथा पारदर्शक कार्बनिक यौगिक है जिसे ग्लसराल तथा ग्लाइकोल के नाम से भी जाना जाता है जिसके मानव त्वचा खासकर चेहरे पर इस्तेमाल करने के एक नही अनेक फायदे हैं। ग्लिसरीन को कई प्रकार से उपयोग में लाया जाता है। ग्लिसरीन से मानव जीवन के लिए अनेक कल्याणकारी स्वास्थ्य तथा सौन्दर्य प्राडक्ट लिपिस्टिक, क्रीम, शैम्पू, सेन्ट, बाडी लोशन, साबुन, नेल पालिस, लिप बाम, कंडीशनर आदि का निर्माण किया जाता हैं जिनमें से क्रीम, शैम्पू, बाम, साबुन, बाडी लोशन तथा सेन्ट मल्टी परपज सौन्दर्य सामग्री है जिसका उपयोग स्त्री पुरुष दोनों के द्वारा बहुतायत में किया जाता है और लिपिस्टिक, नेल पालिस, लोशन तथा कंडीशनर महिलाओं की खास सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री है। उक्त सभी ब्यूटी प्राडक्ट का महिलाओं द्वारा नित्यप्रति उपयोग अपना सौन्दर्य व खूबसूरती निखारने तथा त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने के लिए के लिए सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में किया जाता है। उक्त सभी सौन्दर्य सामग्री स्त्री पुरुष दोनों के ही सौन्दर्य व स्मार्टनेस में अहम भूमिका निभाते हैं। यहां तक कि यदि ग्लिसरीन निर्मित उक्त सौन्दर्य प्रसाधनों को यदि हटा दिया जाय तो सौन्दर्य की कल्पना ही नही की जा सकती है। ग्लिसरीन एक ऐसा उत्पाद है जो कि प्राकृतिक उत्पादों खासकर वसा, तेल आदि से बनाया जाता है।
ग्लिसरीन मार्केट में आसानी से मिल जाता है, ग्लिसरीन लेते समय एक्पायरी डेट अवश्य देखें, ग्लिसरीन का चेहरे व बालों पर सावधानीपूर्वक उपयोग करें ताकि आंखों के अन्दर न जाने पाये, ग्लिसरीन लगाकर धूप में निकलने से बचें, उपयोग से पहले पैथ परीक्षण करा लिया जाय तथा एलर्जी या त्वचा पर कोई जख्म या संक्रमण होने की स्थिति में चिकित्सक से सलाह लेकर ही ग्लिसरीन का उपयोग किया जाय अन्यथा ग्लिसरीन के उपयोग से कुछ नुकसान जैसे एलर्जी, सूजन, लाल फफोले आदि हो सकते हैं। प्रस्तुत लेख में ग्लिसरीन के कुछ विशिष्ट उपयोगों के सम्बन्ध में बताया जा रहा है जिन्हे अपना कर स्त्री पुरुष दोनों ही अपने सौन्दर्य तथा स्मार्टनेस में अभूतपूर्व वृध्दि कर सकते हैं।
- रात में ताजे स्वच्छ जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोकर साफ कपड़ें से पोंछकर सुखा लें। तदोपरान्त चार चम्मच गाय के ताजे दूध में एक चम्मच ग्लिसरीन को अच्छी तरह से मिलाकर स्वच्छ काटन से धीरे-धीरे सावधानीपूर्वक चेहरे पर लगायें, ध्यान रहे कि आंखों के अन्दर न जाने पाये। सूख जाने के बाद सो जायें। सुबह उठकर स्वच्छ ताजे जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोयें। इसका प्रयोग नियमित रूप से तीन से चार सप्ताह तक करने से त्चचा में रूखापन समाप्त हो जाता है, त्वचा पर असमय झुर्रियां नही पड़ती तथा कमाल का निखार व रंगत आ जाती है।
- रात में स्वच्छ जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोकर साफ कपड़ें से पोंछकर सुखाकर तीन चम्मच गुलाब जल में एक चम्मच ग्लिसरीन को अच्छी तरह से मिलाकर स्वच्छ काटन से सावधानीपूर्वक चेहरे पर लगायें, ध्यान रहे कि आंखों के अन्दर न जाने पाये। सूख जाने के बाद सो जायें। सुबह उठकर स्वच्छ ताजे जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोयें। तीन से चार सप्ताह तक इसका नियमित प्रयोग करने से त्चचा में कसाव आ जाता है, त्वचा पर असमय आयीं झुर्रियां समाप्त हो जाती है, स्मार्टनेस बढ़ जाती है तथा त्वचा कोमल, मुलायम व खूबसूरत हो जाती है।
- रात में स्वच्छ जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोकर साफ कपड़ें से पोंछकर तीन चम्मच ग्लिसरीन में 5 से 6 बूंद कागजी नीबू का रस मिलाकर स्वच्छ काटन से सावधानीपूर्वक चेहरे पर लगायें, आंखों के अन्दर न जाने पाये। सूख जाने के बाद सो जायें। सुबह उठकर स्वच्छ ताजे जल से चेहरे को अच्छी तरह से धोयें। चार सप्ताह तक इसका नियमित प्रयोग करने से चेहरे के मुहासे, दाग-धब्बे, डार्कनेस व झाइयां समाप्त हो जाती हैं तथा त्वचा कोमल, मुलायम व सुन्दर हो जाती है।
- सुबह स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़ें से चेहरा तथा हाथ पैर अच्छी तरह से पोंछकर तीन चम्मच ग्लसरीन, नौ चम्मच गुलाबजल व तीन से चार बूंद नीबू के रस के मिश्रण का चेहरे व हाथ पैर पर स्प्रे करें। इस मिश्रण का चार से पांच सप्ताह तक नियमित उपयोग करने से रूखी त्वचा में नमी आ जाती है, डेड सेल्स बाहर निकल जाते हैं तथा त्वचा का सम्पूर्ण पोंषण होकर त्वचा सुन्दर, खूबसूरत व जवान हो जाती है, स्मार्टनेस बढ़ जाती है। जिनकी त्वचा रूखी हो उन्हें इस नुस्खे का नियमित प्रयोग अवश्य करना डाहिए।