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स्ट्राबेरी खाने के फायदे और नुकसान
स्ट्राबेरी एक स्वदिष्ट, पौष्टिक तथा औषधीय फल हैं जिससे मानव जीवन के लिए उपयोगी कई दवाएं बनायीं जाती हैं। स्ट्राबेरी विटामिन्स तथा मिनरल्स का भण्डार है जिसकी 100 ग्राम मात्रा में प्रोटीन 0.67 ग्राम, आयरन 0.41 ग्राम, कार्बोहाइड्ट 7.6 ग्राम, शुगर 4.9 ग्राम, सोडियम 1 मिग्रा0, पोटैशियम 153 मिग्रा0, मैग्नीशियम 13 मिग्रा0, जिंक 0.14 मिग्रा0, फास्फोरस 24 मिग्रा0, फैटी एसिड 0.215 ग्राम, फैट 0.3 ग्राम, कैल्शियम 16 मिग्रा0, फाइबर 2 ग्राम, थायमिन 0.24 मिग्रा0, नियासिन 0.38 मिग्रा0, फोलेट 24 µg, ऱाइबोफ्लेबिन 0.22 मिग्रा0, विटामिन-के 2.2µg, विटामिन-बी6 0.47 मिग्रा0, विटामिन-सी 58.8 मिग्रा0, विटामिन-ई 0.3 मिग्रा0, विटामिन-ए 12IU पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त पालीथिनाल, एन्थ्रोसाइनिन, एलेगिक एसिड, अफ्रोडीसीएफ भी पाये जाते हैं। स्ट्राबेरी के स्वस्थ फल को फ्रिज में 7 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। स्ट्राबेरी की प्रकृति अम्लीय होती है। स्ट्राबेरी में एन्थ्रोसाइनिन नामक तत्व पाये जाने के कारण स्ट्राबेरी का रंग लाल होता है। स्ट्राबेरी की प्रकृति अम्लीय होती है। स्ट्राबेरी को खाने के अलावा जूस बना कर भी सेवन किया जा सकता है। स्ट्राबेरी के सेवन से कई फायदे होते है परन्तु अधिक सेवन करने से कुछ नुकसान भी होते है। प्रस्तुत इस लेख में स्ट्राबेरी के सेवन से होने वाले फायदे तथा अधिक सेवन से होने वाले नुकसान पर प्रकाश डाला जा रहा है जिसके भालीभांति अध्ययन कर के ज्ञानार्जन कर भरपूर लाभ उठाया जा सकता है।
स्ट्राबेरी खाने के फायदे
- पाचन तन्त्र को स्वस्थ रखता हैः स्ट्राबेरी का नियमित सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला फाइबर तथा विटामिन-सी गैस, कब्ज, एसीडिटी को धीरे-धीरे दूर कर देता है तथा पाचन तन्त्र को स्वस्थ करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृध्दि करता हैः स्ट्राबेरी में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी तथा एण्टी-आक्सीडेन्ट का गुण पाये जाने के कारण किसी भी रूप में स्ट्राबेरी का निरन्तर सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
- हाई ब्लड प्रेशर को कम कर देता हैः स्ट्राबेरी में भारी मात्रा में पोटैशियम, एन्थ्रोसाइनिन, सोडियम तथा विटामिन-सी पाये जाते हैं जिसके कारण स्ट्राबेरी का नियमित रूप से सेवन करने से धीरा-धीरे हाई ब्लड प्रेशर कम होकर नियन्त्रित हो जाता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियो को स्ट्राबेरी का नियमित सेवन अवश्य करना चाहिए। लो ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों को स्ट्राबेरी का नियमित सेवन नही करना चाहिए अन्यथा उनका शुगर लेबल काफी कम होने का जोखिम हो जाता है। ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों को स्ट्बेरी का सेवन कम करना चाहिए।
- मधुमेह रोग नियन्त्रित हो जाता हैः स्ट्राबेरी का नियमित रूप से सेवन करने से स्ट्राबेरी में पाया जाने वाला फाइबर, एलेगिक एसिड तथा एन्टी आक्सीडेन्ट गुण मानव शरीर में शुगर के लेबल को कम कर देता है जिसके कारण मधुमेह रोग नियन्त्रित हो जाता है।
- कामोत्तेजना वर्ध्दक हैः स्ट्राबेरी का नियमित रूप से सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला ओफ्रीडीसीएफ नामक तत्व पुरूषों की कामोत्तेजना में वृध्दि करता है। जिन पुरुषों को नपुंसकता की शिकायत हो उन्हें स्ट्राबेरी का नियमित सेवन अवश्य करना चाहिए।
- बालों को स्वस्थ करता हैः 50 ग्राम स्ट्राबेरी में एक चम्मच जैतून का तेल तथा एक चम्मच शुध्द शहद मिलाकर मिक्सर में डाल कर पेस्ट बना कर प्रत्येक तीसरे दिन नियमित रूप से सिर तथा समस्त बालों में लगाकर 5 से 10 मिनट तक मसाज करें। आधे घण्टे बाद शैम्पू तथा ठण्डे पानी से अच्छी तरह से धो लें। इस नुस्खे का प्रयोग नियमित रूप से तीन से चार सप्ताह तक करने से बाल झड़ना रूक जाता है, रूसी समाप्त हो जाती है तथा बाल मोटे, मजबूत, लम्बे, घने, मुलायम व चमकदार हो जाते हैं।
- अन्य लाभः स्ट्राबेरी का नियमित रूप से सेवन करने से कोलेस्ट्राल कम हो जाता है, हृदय तथा मस्तिष्क को पोंषण होता है। दांत तथा मसूढ़ें स्वस्थ हो जाते हैं। वजन कम हो जाता है। मोटापा घट जाता है। त्वचा पर असमय झुर्रियां नही पड़ती हैं। हड्डियां मजबूत होती है। सूजन तथा गठिया रोग में काफी लाभ होता है।
स्ट्राबेरी खाने के नुकसान
स्ट्राबेरी का अधिक सेवन करने से गैस, डायरिया तथा सुस्ती हो सकती है। फाइबर अधिक होने के कारण आंत में दर्द की समस्या हो सकती है। मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं।