फिट रहने के तरीके, उपाय और नुस्खे

फिट रहने के तरीके, उपाय और नुस्खे
प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ तथा निरोग रहना चाहता है परन्तु आजकल के दूषित वातावरण, दूषित खान-पान, खाद्य पदार्थों में मिलावट, व्यस्त जीवन शैली तथा अनियमित दिनचर्या आदि के कारण प्रायः लोग किसी न किसी बीमारी के शिकार हो जाते हैं। कोई मोटापे (वजन बढ़ना) या दुबलेपन (वजन घट जाना) का शिकार हो जाता है, कोई मधुमेह, ब्लड प्रेशर, किडनी रोग आदि रोंगों से पीड़ित हो जाता है। हालांकि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ और निरोग रहना चाहता है परन्तु आजकल के भागदौड़ युक्त माहौल में किसी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान देने के लिए वक्त ही नही है तो किसी को,“स्वयं को स्वस्थ रखने के क्या करे”, इस सम्बन्भ में जानकारी ही नही है। यहां पर हम आप को कुछ ऐसे टिप्स बता रहें हैं जिन्हें नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में अपना कर आप निस्संदेह जीवन भर फिट रह सकते हैं। ये टिप्स निम्नवत हैः
सुबह ब्रम्ह मुहूर्त बेला में बिस्तर से उठनें की आदत डालेः प्रत्येक सुबह ब्रम्ह मुहूर्त बेला में बिस्तर से उठकर अपने आराध्य देव को प्रणाम करें, बिना ब्रश मंजन किये सर्वप्रथम नीबूयुक्त 3 से 4 गिलास गुनगुना पानी पियें। ब्रश मंजन करें तथा शौच क्रिया से निवृत्त होकर खाली पेट ही 30 से 40 मिनट तक योगासन (जैसे-सूर्य नमस्कार, रस्सी कूदना, जम्प लगाना, दण्ड बैठक लगाना, पदमासन, मयूरासन, बज्रासन, माउण्टेन क्लाइम्बर, शवासन आदि) तथा प्राणायाम करें। तदोपरान्त 5 से 10 बादाम और अखरोट खायें। ऐसा करने से मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य और पाचन तन्त्र बेहतर रहता है तथा शरीर दिन भर तरोताजा रहता है। शरीर के सभी अंगों में ब्लड का संचार अच्छी तरह होता है, कोलेस्ट्राल कम हो जाता है, मोटापा घटता है, मेटाबालिज्म बढ़ता है, बढ़ा हुआ वजन घट कर सामान्य हो जाता है, जठराग्नि तीव्र होती है।
नियमित मार्निंग वाक करेः प्रत्येक दिन सुबह-सुबह 30 से 40 मिनट तक मार्निंग, दौड़ लगाएं, साइक्लिंग भी कर सकते हैं। ऐसा करने से शरीर का वजन सामान्य रहता है, यदि वजन बढ़ हुआ है तो धीरे-धीरे सामान्य हो जाता है।
खान पान का समुचित ध्यान रखेः ब्रेकफास्ट में अंकुरित चना, मूंग या दाल, मौसमी फल तथा किशमिश, मुनक्का, काजू आदि का सेवन करें। सुबह का नाश्ता भर पेट तथा 8 बजे के पूर्व कर लें। ब्रेकफास्ट के लगभग चार घण्टे बाद लंच करें। लंच में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइट्रेट, फाइबर तथा मिनरल युक्त सन्तुलित आहार का सेवन करें। भोजन में लगभग 30 प्रतिशत ताजे व मौसमी फल तथा गाजर, चुकन्दर आदि की सलाद का सेवन करें। पर्याप्त मात्रा में हरी साग-सब्जी का सेवन करें। मौसमी फल सेब, अनार, अनन्नास, आम, अमरूद, बेर, सन्तरा, मुसम्मी आदि का प्रचुर मात्रा में सेवन करें। बासी भोजन, ज्यादा तला भुना, मिर्च, मसालेदार भोजन तथा जंक फूड का सेवन न करें। ऐसा करने से आप एसिडिटी, गैस, कब्ज आदि पेट सम्बन्धी समस्याओं से बचे रहेंगे, शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे
शरीर की मालिश करेः प्रत्येक दिन सरसों या तिल के तेल या किसी आयुर्वेदिक तेल से शरीर की मालिश करें ऐसे करने से शरीर के सभी भागों की नसों में अचछी तरह रक्त संचार होता है।
धूप लेः प्रत्येक दिन सुबह कम से कम 20 मिनट धूप अवश्य लें। इससे विटामिन डी मिलती है, जो कि हड्डियों को मजबूती प्रदान करती है।
चीनी का कम से कम सेवन करें। चीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने से मानव शरीर में अनेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं। मधुमेह, मोटापा,पायरिया, कैंसर, हृदय रोग जैसी तमाम बीमारियों का रिस्क उत्पन्न हो जाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है, कैल्शियम की कमी हो जाती है, पाचन तन्त्र खराब हो जाता है।
सकारात्मक बनेः सकारात्मक सोच से मन में सकारात्मक विचार आते हैं। तनाव से मुक्ति मिलती है। इसलिए सकारात्मक बनें, किसी के प्रति मन में कुविचार न लाएं, सबके विषय में अच्छा सोंचें, सबका भला सोचें। हमेशा प्रशन्नचित्त रहें, हंसते मुस्कराते रहें। ऐसा करने से आप के मन में सुकून आयेगा, व्यक्तित्व में निखार आयेगा तथा आप के अन्दर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
पर्याप्त नींद लेः प्रतिदिन 7 से 8 घण्टे की गहरी नीद लें। इससे आप का शरीर रिचार्ज हो जाता है, मस्तिष्क स्वस्थ रहता है, शरीर चुस्त-दुरूस्त रहता हैं तथा नयी उमंग व स्फूर्ति का संचार होता है। चेहरे में निखार आता है।
कुछ अन्य टिप्सः भोजन खूब चबा चबा कर खाएं। ब्रेकफास्ट, लंच, डीनर या सलाद में ऊपर से नमक न डालें। प्रत्येक दिवस ब्रेकफास्ट, लंच तथा डीनर का समय एक ही रखें। ठहाके लगाकर हंसे। आफिस या किसी अन्य स्थान पर जाने पर लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें। घर के आस-पास पेड़ पौधे लगाएं। शरीर को हमेशा सीधा करके चलें, सीधा कर के बैठें। गरिष्ठ भोजन का त्याग करें और यदि कभी गरिष्ठ भोजन करते ही हैं तो एक समय उपवास अवश्य करें। घर का काम काज स्वयं करें जिससे कई व्यायाम स्वतः ही हो जायेगें। जीवन को गतिशील तथा व्यस्त रखें। सुबह खाने के पूर्व तथा रात के खाने के बाद ब्रश मंजन अवश्य करें। रात को सोते समय हल्के सूती कपड़े बनें। नाखून न चबाएं, नाखून समय समय पर काट कर छोटा करते रहें। फ्रिज का ठण्डा पानी न पियें, नार्मल तापमान का ही पानी पिएं। भोजन में ज्यादातर सेंधा या काला नमक का ही सेवन करें। रिफाइण्ड तेलों से बने हुए खाद्य पदार्थों से दूर रहें, रिफाइण्ड तेल के स्थान पर सरसों या सोयाबीन के तेल का प्रयोग करें