मधुमेह रोग के कारण

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मधुमेह रोग के कारण
मधुमेह रोग विभिन्न प्रकार के होते हैं। विभिन्न प्रकार के मधुमेह रोग के होने के अलग-अलग कारण होते हैं। प्रस्तुत आलेख में विभिन्न प्रकार के मधुमेह रोगों के कारणों का पृथक-पृथक वर्णन किया जा रहा है जो कि निम्नलिखित हैः-
टाइप- 1 मधुमेह रोग के कारण
टाइप- 1 मधुमेह रोग होने का महत्वपूर्ण कारण निम्नलिखित हैः-
1. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
जब मनुष्य की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है तब संक्रमण से लड़ने के लिए मानव शरीर की प्रणाली अग्न्याशय के इंसुलिन-उत्पादक बीटा कोशिकाओं पर हमला कर उसे नष्ट कर देती है तब टाइप 1 मधुमेह रोग होता है ।
2. आनुवांशिक कारण
आनुवांशिक कारण से भी टाइप 1 मधुमेह रोग होता है। यदि माता या पिता में टाइप-1 मधुमेह रोग है तो सन्तान में भी हो जाता है।
टाइप- 2 मधुमेह रोग के कारण
टाइप- 2 मधुमेह रोग होने के मह्तवपूर्ण कारण निम्नलिखित हैंः-
1. इन्सुलिन प्रतिरोध
मानव शऱीर में टाइप- 2 मधुमेह रोग का सबसे अधिक मुख्य कारण इंसुलिन प्रतिरोध होता है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर मानव शरीर की मांसपेशियां, यकृत और वसा कोशिकाएं इंसुलिन का अच्छी तरह से उपयोग नहीं करती हैं। जिसके परिणामस्वरूप ग्लूकोज को कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करने के लिए मानव शरीर को अधिक इन्सुलिन की जरूरत पड़ती है। पहले तो इन्सुलिन की इस अतिरिक्त मांग को पूरी करने का लिए अग्न्याशय अधिक इंसुलिन बनाता है परन्तु धीरे-धीरे अग्न्याशय की इन्सुलिन निर्माण की क्षमता क्षीण हो जाती है तथा अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का निर्माण नही कर पाता है जिसके कारण मानव शरीर में रक्त शर्करा का लेबल बढ़ जाता है तथा मनुष्य टाइप- 2 मधुमेह रोग का शिकार हो जाता है।
2. आनुवांशिक कारण
टाइप- 2 मधुमेह रोग अनुवांशिक भी होता है। यदि माता या पिता में टाइप-1 मधुमेह रोग है तो जीन के माध्यम से सन्तान में भी हो जाता है।
3. अधिक वजन और मोटापा
मानव शरीर का अधिक वजन अर्थात् मोटापा होने से शरीर में होने वाला अतिरिक्त वजन इन्सुलिन का प्रतिरोध करता है जिसके कारण मानव शरीर में टाइप- 2 मधुमेह रोग होने की संभावना बढ जाती है।
गर्भावधि मधुमेह रोग के कारण
गर्भावस्था के दौरान विकसित होने वाले मधुमेह रोग को गर्भावधि मधुमेह रोग कहा जाता है जिसके महत्वपूर्ण कारण निम्नलिखित हैंः-
1. अधिक वजन तथा मोटापा
गर्भावस्था के दौरान शरीर का अधिक वजन अर्थात् मोटापा होने से शरीर में होने वाला अतिरिक्त वजन इन्सुलिन का प्रतिरोध करता है जिसके कारण शरीर में पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन का उत्पादन नही हो पाता है तथा गर्भावधि मधुमेह रोग होने का संभावना बढ़ जाती है।
2. इन्सुलिन प्रतिरोध
प्लेसेंटा एन.आई.एच. बाहरी लिंक द्वारा उत्पादित हार्मोन इंसुलिन प्रतिरोध में करते हैं, जो देर से गर्भावस्था के दौरान लगभग सभी महिलाओं में होता है। अधिकांश गर्भवती महिलाएं इंसुलिन प्रतिरोध को दूर करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन हो जाता है, परन्तु कुछ महिलाओं में इस दौरान पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नही हो पाता है जिसके कारण उन्हें गर्भावधि मधुमेह रोग होने का संभावना बढ़ जाती है।
3. आनुवांशिक कारण
गर्भाकालीन मधुमेह रोग होने मे आनुवांंशिक कारण भी अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि गर्भवती महिला के माता या पिता को मधुमेह रोग उक्त महिला के जन्म के समय था तो गर्भवती महिला को गर्भावधि मधुमेह रोग होने का संभावना बढ़ जाती है।
4. हार्मोनल परिवर्तन
गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनके कारण भी गर्भवती महिला को गर्भावधि मधुमेह रोग होने का संभावना बढ़ जाती है।
मधुमेह रोग होने के कुछ अन्य कारणः
- हार्मोनल रोग जैसे कुशिंग सिण्ड्रोम होने पर मानव शरीर में कार्टिसोल का अधिक उत्पादन होने लगता है जिसे तनाव हार्मोन भी कहा जाता है। ऐसी स्थिति में मानव शरीर में इन्सुलिन का प्रतिरोध होने के कारण इन्सुलिन का उत्पादन कम हो जाता है तथा मधुमेह रोग की संभावना बढ़ जाती है।
- यदि किसी बीमारी के कारण क्षतिग्रस्त अग्न्याशय को हटा दिया जाता है, तो बीटा कोशिकाओं का नुकसान होने के कारण मधुमेह रोग की संभावना बढ़ जाती है।
- कुछ दवाएं (जैसे- पेंटामिडाइन, स्टैनिन, नियसिन, मनोचिकित्सीय दवाएं, मानव इम्यूनोडिफिशिएंसी आदि) के सेवन से शरीर में रक्त शर्करा का लेबल बढ़ सकता है जिसके कारण मधुमेह रोह होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करना चाहिए।
नोटः- यह लेख मात्र जानकारी उद्देश्यों के लिए है्ं। इसे चिकित्सक की सलाह के तौर पर न माना जाय। अपनी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के लिए अपने चिकित्सक से सम्पर्क कर परामर्श किया जाय।