Home cure of A.C.L. injury in Hindi

Contents
- 1 Home cure of A.C.L. injury in Hindi
- 1.1 (पूर्वकाल क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी का घरेलू इलाज)
- 1.2 चोट वाले भाग पर बर्फ का पैक लगाएं
- 1.3 अरण्डी के तेल की मालिश करें
- 1.4 एप्सम साल्ट का प्रयोग करें
- 1.5 दर्द निवारक दवा लें
- 1.6 घुटने को सीधा रखें
- 1.7 घुटने का ब्रेस पहनें तथा बैसाखी का प्रयोग करें
- 1.8 मद्यपान न करें
- 1.9 पैर को मजबूत करने वाले व्यायाम करें
- 1.10 स्वस्थ आहार लें
- 1.11 पेय पदार्थ का सेवन करें
Home cure of A.C.L. injury in Hindi
(पूर्वकाल क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी का घरेलू इलाज)
पूर्वकाल क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी (A.C.L. Injury) के कुछ प्रमुख घरेलू इलाज निम्नलिखित हैंः-
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चोट वाले भाग पर बर्फ का पैक लगाएं
चोट वाले भाग पर प्रतिदिन पांच-छः बार बर्फ का पैक रख कर 15 से 20 मिनट तक आइसिंग करें। घुटने को सीधा तथा सीने की सीध में ऊंचा रखें। यदि आप बर्फ के पैक को घुटने पर सीधे नही रखना चाहते हैं तो तौलिया या स्वच्छ कपड़ें में बर्फ को रख कर घुटने पर रख कर आइसिंग कर सकते हैं। इससे दर्द में काफी आराम मिलता है तथा सूजन कम होती है।
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अरण्डी के तेल की मालिश करें
एक कप में अरण्डी का तेल लेकर गर्म करके ठण्डा करें तथा गुनगुना रहने पर घुटने के नीचे तकिया रख कर घुटने को ऊंचा रख कर तेल की मालिश प्रतिदिन तीन से चार बार हल्के हाथों से दो से तीन मिनट तक करें। इसके बाद 30 मिनट तक कम्बल से ढंक दें या हीटिंग पैड लगा दें। इससे दर्द कम हो जाता है सूजन कम होती है।
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एप्सम साल्ट का प्रयोग करें
एक टब में एप्सम साल्ट पानी में घोलकर आधा घण्टा तक पैर का घुटना डुबोकर रखें। इसके बाद ठण्डे पानी से स्नान करें। इसे दिन में दो से तीन बार करें। ऐसा करने से एप्सम नमक घुटने के अन्दर प्रवेश करता है तथा दर्द व सूजन से राहत मिलती है।
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दर्द निवारक दवा लें
बहुत अधिक दर्द होने पर दर्द निवारक औषधि ( जैसे-इबुप्रोफेन या ज्वाइन्ट पेन ) का सेवन करें। इस औषधि का सेवन कुछ खाने के बाद ही करें। खाली पेट इस औषधि का सेवन करने पर पेट में जलन व गैस की समस्या हो सकती है।
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घुटने को सीधा रखें
घुटने को सीधा रखा जाय। घुटने पर शरीर का बल न दिया जाय। घुटने से कोई मूवमेन्ट (जैसे- पैर पर जोर देकर चलना, खेलना आदि) न किया जाय।
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घुटने का ब्रेस पहनें तथा बैसाखी का प्रयोग करें
चिकित्सक से परामर्श लेकर घुटने का ब्रेस पहनें। धीरे-धीरे घुटने को ऊपर उठाएं। घुटने को जितना ऊपर उठाएंगें। घुटना उतना ही मजबूत होगा। बैसाखी का प्रयोग करें।
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मद्यपान न करें
यदि आप मद्यपान करते हैं तो मद्यपान करना बन्द कर दीजिए। गर्म पानी से स्नान न करें। गर्म पानी से घुटने की सिंकाई न करें अन्यथा सूजन बढ़ सकती है।
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पैर को मजबूत करने वाले व्यायाम करें
चिकित्सक से परामर्श लेकर पैर को मजबूत करने वाले व्यायाम करें। व्यायाम प्रतिदिन दो से तीन बार करें। व्यायाम करते समय झटका न लगे। व्यायाम धीरे-धीरे करें। ये व्यायाम तीन से चार सप्ताह तक किये जा सकते हैं। इससे घुटना मजबूत होता है।
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स्वस्थ आहार लें
चीनी तथा नमक का कम से कम प्रयोग करें। हो सके तो नमक तथा चीनी का प्रयोगपूरी तरह से बन्द कर दें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से समृध्द खाद्य पदार्थ (जैसे- सैल्मन मछली, अखरोट, बादाम आदि), प्रोटीन से समृध्द खाद्य पदार्थ (जैसे- अण्डा, सार्डिन, प्रोटीन पाउडर आदि), वसायुक्त खाद्य पदार्थ (जैसे- जैतून का तेल, नारियल का तेल आदि) तथा विटामिन सी, एण्टीआक्सीडेन्ट तथा सल्फर से समृध्द खाद्य पदार्थ (जैसे- गाजर, लहसुन, अनन्नास, सन्तरा, नीबू, ब्रोकली, गोभी, पालक, चुकन्दर, शिमला मिर्च आदि) का नियमित सेवन करें। पर्याप्त पानी पियें। मद्यपान बिलकुल न करें। इससे हड्डियां मबजूत होती है।
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पेय पदार्थ का सेवन करें
एक गिलास अनन्नास का जूस, एक कप सन्तरे का जूस, 20 ग्राम पिसी हुई बादाम, 20 ग्राम शहद, एक कप ओटमील तथा 5 ग्राम पिसी हुई दालचीनी को आपस में मिलाकर अच्छी तरह से मिक्स कर के सुबह शाम सेवन करें। इससे हड्डियां मजबूत होती है।
नोट- यह लेख मात्र जानकारी उद्देश्यों के लिए हैं। इसे चिकित्सक की सलाह के रूप में न माना जाये। अपनी स्वास्थ्य समबन्धी समस्याओं के लिए अपने चिकित्सक से सम्पर्क कर सलाह अवश्य ली जाये।