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महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स

महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स
मनुष्य के शरीर में उसके हाथ की हथेली, पैर के तलवों, बांह आदि अंगों में ऐसे बहुत के प्वाइंट्स होते हैं जिनको दबाकर सर्दी, जुकाम, नजला, साइनस आदि तमाम बीमारियों का इलाज किया जाता है। उक्त प्वाइंट्स को एक्यूप्रेशर प्वाइंटस कहते हैं तथा इलाज की उक्त पध्दति को एक्यूप्रेशर कहतें हैं। इलाज की एक्यूप्रेशर पध्दति की उत्पत्ति चीन में हुई थी तथा वर्तमान में विश्व के सभी देशों में प्रचलित हैं। इस इलाज में कोई खर्च नही आता। गरीब से गरीब व्यक्ति इस, पध्दति से अपना इलाज कर सकता है, बसर्ते सही जानकारी होनी चाहिए। इस लेख में शरीर में पाये जाने वाले कुछ आति महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स तथा उसे दबाने से होने वाले विभिन्न लाभों का उल्लेख किया जा रहा है जिसका भलीभांति अध्ययन करके ज्ञानार्जन करके आप भी लाभ उठा सकते हैं।
- थर्ड आईः हिन्दी में इस बिन्दु को तीसरी आंख कहा जाता है। यह मनुष्य के शरीर का अति महत्वपूर्ण बिन्दु होता है। यह बिन्दु मनुष्य के शरीर में माथे पर दोनों भौहों के मध्य में स्थित होता है जहां पर महिलाएं बिन्दी लगाया करती हैं। इस बिन्दु को नियमित रूप से दबाने से अनिद्रा रोग ठीक हो जाता है, गहरी नींद आती है, शरीर की थकान दूर हो जाती है, याददाश्त बढ़ जाती है, तनाव दूर हो जाता है, सिर तथा आंखों का दर्द ठीक हो जाता है।
- पेरीकार्डियमः पेरीकार्डियम मनुष्य के शरीर में पाया जाने वाला अत्यन्त महत्वपूर्ण प्वाइंट है। यह प्वाइंट मनुष्य के दोनों हाथ में हथेली से एक इंच नीचे स्थित रहता है। इस बिन्दु को नियमित रूप से दबाने से पेट के रोग (कब्ज, अपच, गैस आदि), बेचैनी, सीने में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना तथा महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान होने वाली उल्टी ठीक हो जाती है।
- हेवनली पीलर प्वाइंटः हेवनली पीलर प्वाइंट मनुष्य के शरीर में पीछे की तरफ गर्दन तथा खोंपड़ी के जोड़ पर पाया जाता है। इस बिन्दु को नियमित रूप से दबाने से गर्दन के दर्द में भरपूर आराम मिलता है तथा अच्छी नीद आती है। यदि पहले से गर्दन दर्द की समस्या नही है तो इस बिन्दु को नियमित रूप से दबाने से गर्दन दर्द (सर्वाइकल पेन) की समस्या नही होती है। कप्यूटर व लैपटाप पर बैठकर देर तक काम करने वाले लोगों के लिए इस बिन्दु को नियमित रूप से दबाना अत्यन्त लाभकारी है, इससे गर्दन दर्द (सर्वाइकल पेन) की समस्या नही होती है।
- बिगर रसिंग प्वाइंटः यह प्वाइंट मनुष्य के शरीर में दोनों पैरों में अंगूठा एवं बड़ी अंगुली के मध्य में करीब डेढ़ इंच नीचे पाया जाता है। बिगर रसिंग प्वाइंट को दर्जनी से दबाने से मनुष्य के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
- कमांडिंग मिडिल प्वाइंटः कमांडिंग मिडिल प्वाइंट मनुष्य के शरीर में दोनों पैरों में घुटने के ठीक पीछे मोड़ में स्थित होता है। इस प्वाइंट को एक मिनट तक नियमित रूप से दबाने से कमर दर्द, पीठ दर्द, कूल्हे का दर्द, साइटिका आदि रोगों में काफी आराम मिलता है।
- लेग थ्री माइल्सः लेग थ्री प्वाइंट मनुष्य के शरीर में दोनों पैरों में घुटने के लगभग तीन इंट नीचे होता है। इस बिन्दु को दबाने से गैस, कब्ज, अपच, डायरिया, उल्टी, दस्त आदि रोग ठीक हो जाते हैं तथा स्टेमिना बढ़ जाती है।
- सैकरल प्वाइंटः सैकरल प्वाइंट मनुष्य के शरीर में कमर में ऊपर की तरफ टेल बोन मे पाया जाता है जिसे दबाने से माहवारी का दर्द ठीक हो जाता है।
- शेन मैन प्वाइंटः शेन मैन प्वाइंट मनुष्य के शरीर का अत्यन्त महत्वपूर्ण प्वाइंट है जो कि कान के ऊपरी भाग में पाया जाता है। इस बिन्दु को अंगूठा तथा तर्जनी से दबाने से मानसिक तनाव ठीक होता है तथा धूम्रपान की आदत समाप्त हो जाती है।
- जाइनिंग द वैली प्वाइंटः जाइनिंग द वैली प्वाइंट मनुष्य के शरीर में दोनों हाथ के अंगूठे तथा तर्जनी के मध्य में पाया जाता है। इस बिन्दु को दबाने से सिर दर्दच दांत दर्द, कंधा दर्द, माइग्रेन, गर्दन दर्द , जोड़ों का दर्द आदि ठीक हो जाता है तथा टाक्सिन शरीर से बाहर निकल जाते है। कब्ज भी ठीक हो जाता है।
- सी आफ ट्रेंक्वालिटी प्वाइंटः सी आफ ट्रेंक्वालिटी प्वाइंट मनुष्य के शरीर में सीने के मध्य में पाया जाता है। जमीन पर सीधे खड़े होकर दोनो हाथ के अंगूठे से इस बिन्दु को दबाने से नकारात्मक विचार समाप्त हो जाते हैं, चिन्ता, घबराहट व बेचैनी ठीक हो जाती है।
- स्पलीन-6 प्वाइंटः स्पलीन-6 प्वाइंट मानव शरीर में पिण्डली तथा टखनों की हड्डियों से लगभ्ग चार अंगुल ऊपर पीछे की तरफ पाया जाता है। इस बिन्दु को हल्का सा दबाकर क्लाक वाइज घुमाने से किडनी, लीवर व प्लीहा के रोग धीरे-धीरे तीन से चार माह में ठीक हो जाते हैं।