Health
Signs of a ligament injury in Hindi

Signs of a ligament injury in Hindi
(लिगामेन्ट इंजरी के लक्षण)
लिगामेन्ट इंजरी के कई लक्षण हैं। कई बार तो ऐसा होता है कि लिगामेन्ट के साधारण इंजरी के मामले में जानकारी के अभाव में मरीज को यह पता ही नही चल पाता है कि उसे लिगामेन्ट इंजरी हो गयी है जिसके कारण वह उसका समुचित इलाज ही नही कराता जिसके कारण उक्त लिगमेन्ट इंजरी आगे चलकर आर्थ्राइटिस नामक रोग बन जाता है जो कि जीवन भर कष्ट देता रहता हैं। इस लेख में घुटने की लिगामेन्ट इंजरी के कारणों पर प्रकाश डाला जा रहा है जो कि निमान्लिखित हैः-
- चोेट लगने पर 24 घण्टे के अन्दर सूजन आ जाती है। घुटने की समान्य इंजरी में घुटने में सूजन कम होती है तथा घातक इंजरी में घुटनें में सूजन बहुत अधिक होती है जिसमें घुटने का आकार लगभग दो गुना हो जाता है।
- चोट लगने के 24 घण्टे के अन्दर दर्द अचानक तेज हो जाता है। यह दर्द असहनीय भी हो सकता है।
- उठने बैठने पर घुटने में क्लिक-क्लिक की आवाज आती है।
- घुटनों का एक ही पोजीशन में जाम हो जाना।
- घुटनें में ढीलापन हो जाता है।
- पलथी मार कर बैठने में घुटनों में दर्द होता है।
- उकडू बैठने में कठिनाई तथा घुटने में दर्द होता है।
- किसी भारी सामान के उठाने में घुटनें में दर्द होता है तथा घुटना ढीला महसूस होता है।
- सींढियां चढ़ने उतरनें में कठिनाई एवं घुटने में दर्द होता है।
- लिगामेंट के फटने या फटने की स्थिति में-
• घुटने में जकड़न महसूस होती है
• सूजन बहुत अधिक हो जाती है, जिससे घुटने का आकार यानी मोटाई लगभग दोगुनी हो जाती है,
• बहुत दर्द होता है, यानी असहनीय दर्द होता है, जो घुटने से तलवों तक की नसों में खिंचाव पैदा करता है और घुटना उस स्थिति से सीधा नहीं हो पाता, झुक नहीं पाता
• शरीर का भार घुटने पर नहीं रख सकते अर्थात शरीर का भार घुटने पर रखने से आप खड़े नहीं हो सकते।
• ऐसा महसूस होता है कि घुटने को उस स्थिति में बंद कर दिया गया है।