शिमला मिर्च के सेवन से होने वाले आश्चर्यजनक 14 स्वास्थ्य लाभ

शिमला मिर्च के सेवन से होने वाले आश्चर्यजनक 14 स्वास्थ्य लाभ
शिमला मिर्च सम्पूर्ण भारत में सर्वत्र उपलब्ध हैं जिसका उपयोग प्रमुखतया सब्जी में किया जाता है,सलाद में भी सेवन किया जाता है। शिमला मिर्च, मिर्च की एक प्रजाति है जिसका वैज्ञानिक नाम कैप्सिकम अन्नूम है। इसकी उत्पत्ति दक्षिण अमेरिका से हुई है। इसका सर्वाधिक उत्पादन भारत के शिमला राज्य में होता है जिसके कारण इसे शिमला मिर्च कहा जाता है। शिमला मिर्च लाल, हरे तथा पीले रंग की होती है। शिमला मिर्च में विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-के, फाइबर, फलेवानाइड्स तथा बीटा कैरोटिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसमें एंटीआक्सीडेन्ट, एंटीइन्फ्लेमेट्री, एनाल्जेसिक तथा अल्कलायड्स का गुण पाया जाता है। वैसे तो शिमला मिर्च के सेवन से बहुत से लाभ है। प्रस्तुत लेख में 14 प्रमुख स्वास्थ्य लाभों को प्रकाशित किया जा रहा है जिसका अध्ययन करके ज्ञानार्जन कर लाभ उठाया जा सकता है।
- शरीर का वजन कम हो जाता हैः शिमला मिर्च का नियमित रूप से सेवन करने से काफी में पाया जाने वाला विटामिन-ए तथा फाइबर शरीर के मेटाबालिज्म को बढ़ा देता है जिससे शरीर में पूर्व से जमा चर्वी धीरे-धीरे कम होने लगती है तथा वजन घट जाता है। जिनका वजन बढ़ हुआ हो उन्हे शिमला मिर्च का सेवन नियमित रूप से सलाद में अवश्य करना चाहिए।
- मधुमेह का जोखिम कम हो जाता हैः शिमला मिर्च का नियमित एवं समुचित मात्रा में सेवन करने से मधुमेह रोग का जोखिम कम हो जाता है। शिमला मिर्च मधुमेह रोग को नियन्त्रित करती है। मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के सब्जी व सलाद में नियमित रूप से शिमला मिर्च का सेवन करना चाहिए।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती हैः शिमला मिर्च का नियमित रूप से सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी तथा एंटीआक्सीडेन्ट गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है जिससे शरीर निरोग रहता है। बच्चे, किशोर, वयस्क, बुजुर्ग, स्त्री तथा पुरुष सभी को शिमला मिर्च का नियमित सेवन करना चाहिए।
- गठिया रोग में अत्यन्त लाभकारी हैः शिमला मिर्च का नियमित रूप से सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी, विटामिन-ई तथा एंटीआक्सीडेन्ट गुण गठिया रोग में अत्यन्त लाभ पहुचाता है।
- फैटी लीवर में काफी लाभ होता हैः किन्हीं कारण से जब लीवर में सूजन आ जाती है तो उसे फैटी लीवर कहते हैं। शिमला मिर्च का नियमित रूप से सेवन करने से लीवर की सूजन धीरे-धीरे ठीक हो जाता है।
- दांत तथा मसूढ़ों को स्वस्थ रखती हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी दांत तथा मसूढ़ों को स्वस्थ रखता है।
- हड्डियों को मजबूत करता हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी हड्डियों को मजबूत करता है।
- स्कर्वी रोग में अत्यन्त लाभकारी हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी स्कर्वी रोग नही होने देता है। यदि स्कर्वी रोग हो गया है तो उसमें अत्यन्त लाभकारी है।
- मेटाबालिज्म को बढ़ा देती हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी तथा फाइबर मेटाबालिज्म को बढ़ा देती है।
- पेट सम्बन्धी विकार दूर हो जाते हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी तथा फाइबर से पेट सम्बन्धी विकार (गैस, कब्ज, एसिडिटी, अपच, दस्त) दूर हो जाते हैं तथा पाचन शक्ति बढ़ जाती है।
- त्वचा की संक्रमण से रक्षा करती हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी तथा विटामिन-ई और एंटी- आक्सीडेन्ट गुण मानव त्वचा के संक्रमण से रक्षा करती है जिसके कारण त्वचा सम्बन्धी रोग नही होते हैं तथा त्वचा स्वस्थ और सुन्दर रहती है।
- जोड़ों के दर्द में अत्यन्त लाभकारी हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी शरीर के जोड़ों में होने वाले दर्द में काफी आराम पहुंचाता है।
- हृदय को स्वस्थ रखता हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाला फलेवानाइडंस तथा एन्टी-आक्सीडेन्ट गुण हृदय की विभिन्न बीमारियों (हृदयाघात, स्ट्राक आदि) से रक्षा करता है तथा हृदय का स्वस्थ रखता है।
- कैसंर के जोखिम को कम कर देता हैः शिमला मिर्च के नियमित सेवन से इसमें पाया जाने वाली विटामिन-ई तथा एन्टी-आक्सीडेन्ट गुण कैंसर रोग के जोखिम को कम कर देता है।