Symptoms of Hemolytic Anemia

Symptoms of Hemolytic Anemia
जब किसी कारण से प्लीहा नामक अंग मानव शरीर में बढ़ जाता है, तो यह लाल रक्त कोशिकाओं में तनाव पैदा करता है और धीरे-धीरे उन्हें नष्ट कर देता है, जिसके कारण मनुष्यों में हेमोलिटिक एनीमिया नामक रोग होता है। हेमोलिटिक एनीमिया रोग तब भी होता है जब मनुष्य को थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया नामक आनुवंशिक रोग होते हैं, जिसके कारण हेमोलिटिक एनीमिया रोग को आनुवंशिक रोग भी माना जाता है। मनुष्य में हेमोलिटिक एनीमिया रोग होने के कई लक्षण हैं जिनकी जानकारी / पहचान यदि रोग की प्रारम्भिक अवस्था में हो जाये तो समुचित उपचार कराने पर यह गम्भीर बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाती है। क्या आप इस बीमारा के लक्षण जानते हैं? हो सकता है कि आप इस बीमारी के लक्षणों को जानते हों और ये भी हो सकता कि न जानते हों। फिलहाल अधिकांश लोग इस बीमारी के लक्षणों को नही जानते हैं। इस लेख में हेमोलिटिक एनीमिया रोग के लक्षणों पर प्रकाश डाला जा रहा है, जिसका अध्ययन कर लाभ उठाया जा सकता है। हेमोलिटिक एनीमिया रोग के लक्षण निम्नलिखित हैं: –
- स्पलीन बढ़ जाता है।
- त्वचा पीली हो जाती है।
- भ्रम की स्थिति हो जाती है।
- सिर चकराता है।
- बिना श्रम किये ही अधिक थकान महसूस होती है।
- बार-बार बुखार होता है।
- हृदय की गति बढ़ जाती है।
- यूरिन का रंग गहरा पीला हो जाता है।
- लीवर बढ़ जाता है।
- उलझन होती है।
- आंखें पीली हो जाती है।
- शारीरिक गतिविधियां कमजोर हो जाती है।
- पेट के ऊपरी भाग में दर्द होता है।
- प्रकाश की कमी का अनुभव होता है।
- चक्कर आते हैं।
- हृदय धड़कन की ध्वनि असामान्य हो जाती है।