गुड़ खाने के फायदे और नुकसान

गुड़ खाने के फायदे और नुकसान
गुड़ एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो स्वाद में मीठा होता है जो गन्ने से बनाया जाता है। गुड़ बनाने के लिए गन्ने के रस की पिराई करके उसे किसी बड़े बर्तन में रख कर आग पर रख कर अच्छी तरह से उबाल कर बनाया जाता है। गुड़ को प्रत्येक माह तथा प्रत्येक मौसम में खाया जाता है परन्तु सर्दी के मौसम में पावर बूस्टर का कार्य करता है। मधुमेह से पीड़ित लोगों को गुड़ का सेवन नही करना चाहिए। मधुमेह से पीड़त लोग यदि गुड़ के सेवन करना ही चाहते हैं तो वे गुड़ की अत्यल्प मात्रा का सेवन कर सकते हैं परन्तु चीनी का सेवन नही कर सकते हैं।
वैसे तो चीनी भी गन्ने के रस से ही बनायी जाती है परन्तु चीनी बनाने में गन्ने के रस को रिफाइन कर दिया जाता है जिससे उसके अधिकांश तत्व समाप्त हो जाते है तथा चीनी में मात्र मिठास ही रह जाती है। गुड़ गन्ने के रस का अनरिफाइन रूप है यानी गुड़ बनाने के लिए गन्ने के रस का रिफाइन नही किया जाता है जिसके कारण गन्ने के रस में पाये जाने वाले तत्व गुण में मौजूद रहते हैं। इसीलिए चीनी की अपेक्षा गुड़ कई गुना अधिक पौष्टिक होता है।
गुड़ में 40 से 60 प्रतिशत सुक्रोज पाया जाता है।100 ग्राम गुड़ में 83 मिग्रा0 कैल्शियम, 10 मिग्रा0 आयरन, 8 मिग्रा0 सोडियम, 2216 मिग्रा0 पोटैशियम, 0.10 से 100 मिग्रा0 प्रोटीन, 4 से 100 मिग्रा0 विटामिन बी, तथा 5 से 10 मिग्रा0 फास्फोरस पाया जाता है। 100 ग्राम गुड़ के सेवन से 367 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।
गुड़ खाने के फायदेः
रक्त की कमी दूर करता हैः गुड़ का नियमित सेवन करने से शरीर में रक्त की कमी पूरी हो जाती है। जिन व्यक्तियों मे रक्त की कमी हो उनके लिए गुड़ का सेवन करना बेहद लाभकारी है, यदि वे गुड़ का नियमित सेवन करते हैं तो रक्त की कमी समाप्त हो जाती है।
आयरन की कमी पूरी करता हैः आयरन से समृध्द होने के कारण गुड़ का नियमित सेवन करने से मानव शरीर में आयरन की कमी पूरी हो जाती है। गर्भवती महिलाओं को आयरन की अधिक आवश्यकता पड़ती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए गुड़ रामबाण हैं। गुड़ का नियमित सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी नही होने पाती तथा स्वस्थ सन्तान उत्पन्न होती है।
एनीमिया के मरीजों के लिए गुड़ अमृत समान हैः एनीमिया रोग आयरन की कमी के कारण होता है जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। गुड़ का नियमित सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी की पूर्ति हो कर हीमोग्लोबिन की कमी पूरी हो जाती है अर्थात् हीमोग्लोबिन बढ़ जाता है जिससे एनीमिया रोग ठीक हो जाता है।
पाचन तन्त्र मजबूत करता हैः गुड़ विटामिन्स तथा मिनरल्स के समृध्द होता है। भोजन के बाद गुड़ का नियमित सेवन करने से गैस,कब्ज तथा अपच समाप्त हो जाता है, भूख बढ़ जाती है और पाचन तन्त्र मजबूत हो जाता है।
हड्डियां मजबूत हो जाती हैः गुड़ फास्फोरस से समृध्द होता है। फास्फोरस हड्डियों को मजबूत करता है जिसके कारण गुड़ का निरन्तर सेवन करने से हड्डियां मजबूत हो जाती हैं। शरीर के जोड़ों में होने वाला दर्द में काफी लाभ मिलता है।
हाई ब्लड प्रेशर में अत्यन्त लाभकारी हैः गुड़ के नियमित सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर ठीक हो जाता है। ब्लड प्रेशर नियन्त्रित हो जाता है।
शरीर एक्टिव तथा मजबूत बनता हैः दूध के साथ गुड़ को सेवन करने से शरीर ऊर्जावान एवं बलवान बनता है। चुस्ती-फुर्ती आती है।
सर्दी-जुकाम तथा खांसी में अत्यन्त लाभकारी हैः गुड़ के साथ अदरक का सेवन करने से सर्दी-जुकाम व जुकाम में काफी लाभ मिलता है। 100 ग्राम गुड़ के साथ एक चुटकी काली मिर्च का सेवन करने से गले की जलन तथा खराश ठीक हो जाती है।
याददाश्त बढ़ जाती हैः गुड़ का नियमित सेवन करने से दिमाग स्वस्थ हो जाता है, याददाश्त बढ़ जाती है। माइग्रेन में काफी लाभ होता है।
त्वचा स्वस्थ एवं चमकदार हो जाती हैः गुड़ के नियमित सेवन से शरीर के हानिकारक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, रक्त साफ हो जाता है, त्वचा स्वस्थ एवं चमकदार हो जाती है। कील, मुहासे और झुर्रियां नष्ट होकर चेहरे की कान्ति बढ़ जाती है तथा चेहरा ग्लो हो जाता है।
मोटापा कम करने में सहायक हैः गुड़ में पोटैशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो चपापचय को बढ़ाकर मोटापे को कम करता है तथा वजन नियन्त्रित करता है। गुड़ का नियमित सेवन करने से शरीर का वजन घटता है तथा मोटापा कम हो जाता है।
अन्य लाभः गुड़ का नियमित सेवन करने से महिलाओं में पीरियड के दौरान होने वाला दर्द कम हो जाता है। गुड़ एण्टी एलर्जिक गुणों से युक्त होने के कारण नियमित सेवन करने से अस्थमा रोग में काफी लाभ होता है। गुड़ के साथ आंवला चूर्ण का नियमित प्रयोग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। आयरन की कमी से झड़ने वाले बालों में गुड़ का नियमित सेवन करने से बाल झड़ना कम हो जाते हैं।
गुड़ खाने के नुकसानः
गुड़ का अधिक सेवन करने से मधुमेह रोग हो सकता है। गुड़ का अधिक सेवन करने से वजन बढ़ सकता है, जलन तथा सूजन की समस्या हो सकती है। अधिक मात्रा में गुड़ का सेवन करने से एलर्जी, नकसीर, कब्ज तथा खांसी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।