चुकन्दर के स्वास्थ्य लाभ और साइड-इफेक्ट (Beetroot health benefits and side-effects)

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चुकन्दर के स्वास्थ्य लाभ और साइड-इफेक्ट
चुकन्दर की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है। चुकन्दर को अंग्रेजी भाषा में बीटरूट के नाम से जाना जाता हैं जो कि लाल, श्वेत, पीला या जामुनी रंग को होता है जिसका वैज्ञानिक नाम बीटा बल्गैरिस है। चुकन्दर विटामिन्स तथा मिनरल्स का खजाना है जिसमें विटामिन-ए, विटामिन-B1, विटामिन- B2, विटामिन-C, विटामिन-C कैल्शियम, बोरान, आयोडीन, जिंक, नियासिन, फाइबर, सल्फर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट, पोटैशियम तथा फास्फोरस आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। 100 ग्राम चुकन्दर के सेवन से 43 कैलोरी ऊर्जा मिलती है।
चुकन्दर का सेवन कच्ची सलाद के रूप में, सब्जी के रूप में, उबालकर या जूस के रूप में किया जाता है। चुकन्दर सेहत का खजाना है, इसके सेवन से जहां कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं वहीं पर अधिक सेवन से कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं। इस लेख के माध्यम से चुकन्दर से होने वाले स्वास्थ्य लाभ तथा साइड इफेक्ट पर प्रकाश डाला जा रहा है। इस लेख का पूर्ण अध्ययन करके ढेरों स्वास्थ्य लाभ लिए जा सकते हैं।
चुकन्दर के स्वास्थ्य लाभः
- हीमोग्लोबिन बढ़ाने में कारगर हैः चुकन्दर का नियमित सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ जाता है तथा शरीर में स्फूर्ति आ जाती है।
- पीलिया रोग ठीक हो जाता हैः आयरन की कमी से रक्त की कमी हो जाती है तथा एनीमिया (पीलिया) रोग हो जाता है। चुकन्दर में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण चुकन्दर का नियमित सेवन करने से मानव शरीर में आयरन की कमी पूरी होकर रक्त की कमी पूरी हो जाती है तथा एनीमिया (पीलिया) रोग ठीक हो जाता है।
- नेत्र ज्योति बढ़ जाती हैः चुकन्दर में भारी मात्रा में विटामिन-A तथा C पायी जाती है जो नेत्र ज्योतिवर्ध्दक है जिसके कारण चुकन्दर का नियमित सेवन करने से नेत्रों की ज्योति बढ़ जाती है तथा नेत्र सम्बन्धी विकार नही होते हैं।
- हड्डियों के विकास में कारगर हैः मानव शरीर में हड्डियों का विकास कैल्शियम से होता है। चुकन्दर कैल्शियम से समृध्द है जिसके कारण चुकन्दर का नियमित सेवन करने से हड्डियों का समुचित विकास होता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता हैः चुकन्दर विटामिन-A तथा C से परिपूर्ण है। विटामिन-A तथा C रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देती है। इसलिए चुकन्दर का नियमित रूप से सेवन करने से मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
- नेत्र विकारों में काफी लाभदायक हैः चुकन्दर विटामिन-A तथा C से परिपूर्ण होने के कारण चुकन्दर का सेवन करने से नेत्र सम्बन्धी विकारों में काफी लाभ होता है।
- दांत तथा मसूढ़े स्वस्थ हो जाते हैः विटामिन C से पूर्णतया समृध्द होने के कारण चुकन्दर का सेवन करने से दांत तथा मसूढ़े स्वस्थ हो जाते हैं।
- स्कर्वी रोग ठीक हो जाता हैः विटामिन C की कमी के कारण मनुष्य के मसूढ़ों में स्कर्वी नामक रोग हो जाता है। विटामिन C से पूर्णतया समृध्द होने के कारण चुकन्दर का सेवन करने से विटामिन C की कमी पूरी हो जाती है तथा स्कर्वी रोग ठीक हो जाता है। मसूढ़े पूर्णतया स्वस्थ हो जाते हैं।
- गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी का काम करता हैः गर्भवती महिलाओं के लिए फोलिक एसिड, आयरन, विटामिन C, कैल्शियम, पोटैशियम तथा फास्फोरस की काफी आवश्यकता होती है। चुकन्दर में फोलिक एसिड, आयरन, विटामिन C, कैल्शियम, पोटैशियम तथा फास्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण चुकन्दर का नियमित रूप से सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में खून की कमी नही होती तथा सन्तान समय से और स्वस्थ उत्पन्न होती है।
- बालों को स्वस्थ रखता हैः चुकन्दर के जूस को बालों में लगाकर 30-40 मिनट बाद सूख जाने पर ठण्डे पानी से धुल दें। ऐसा नियमित रूप से करने पर बालों का असमय सफेद होना, झड़ना रूक जाता है तथा बाल स्वस्थ हो जाते हैं।
- कामेच्छा बढ़ जाती हैः चुकन्दर के जूस का नियमित सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला बोरान सेक्स हार्मोन का उत्पादन बढ़ा देता है जिसके कारण कामेच्छा में वृध्दि हो जाती है।
- पाचन क्रिया बढ़ जाती हैः चुकन्दर के जूस का नियमित सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला ग्लूटामाइसीन भोजन को पचाने में मदद करता है जिसके कारण पाचन क्रिया बढ़ जाती है। पाचन तन्त्र मजबूत हो जाता है।
चुकन्दर के साइड-इफेक्टः
- चुकन्दर का अधिक मात्रा में सेवन करने से चुकन्दर में पाया जाने वाला आक्सिलेट नामक एसिड किडनी में स्टोन उत्पन्न कर सकता है।
- जिन व्यक्तियों मे किडनी में स्टोन की समस्या हो, उन्हें चुकन्दर का सेवन नही करना चाहिए क्योंकि चुकन्दर का सेवन करने से चुकन्दर में पाया जाने वाला बीटेन पथरी को बढ़ा देता है।
- मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों को चुकन्दर का सेवन नही करना चाहिए क्योंकि चुकन्दर के सेवन से उनका शुगर लेबल बढ़ सकता है।
- लो ब्लड प्रेशर के मरीजो को चुकन्दर का सेवन नही करना चाहिए। ऐसे लोग यदि चुकन्दर का अधिक सेवन करते हैं तो उनका ब्लड प्रेशर और घट सकता है।
- चुकन्दर का अधिक मात्रा में सेवन करने से डायरिया हो सकता है।
- चुकन्दर का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी (जैसे- बुखार, ठण्ड लगना, खुजली आदि) हो सकती है।
- चुकन्दर का अधिक मात्रा में सेवन करने से कोलेस्ट्राल लेबल बढ़ सकता है।