मौसंबी के फायदे और नुकसान

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मौसंबी के फायदे और नुकसान
मौसंबी विटामिन्स तथा मिनरल्सयुक्त एक पौष्टिक फल है जिसे अंग्रेजी में Sweet Lemon कहा जाता है। मौसम्बी सम्पूर्ण भार में पायी जाती है। मौसम्बी स्वाद में खट्टी मीठी होती है तथा विटामिन सी, विटामिन बी-9, पोटैशियम तथा कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत है। मौसंबी को खाया भी जाता है तथा जूस बनाकर पी जाती है। 100 ग्राम मौसंबी से 43 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन एक गिलास मौसंबी जूस का सेवन अवश्य करना चाहिए। इस लेख के माध्यम से मौसंबी में पाये जाने वाले तत्वों, मौसंबी के फायदे व नुकसान पर प्रकाश डाला जा रहा है जिसका भालीभांति अध्ययन कर अमल में लाकर कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है
मौसंबी में पाये जाने वाले तत्वः
मौसंबी के 100 gm जूस में 0.09 mg आयरन, 33 mg कैल्शियम, 8 mg मैग्नीशियम, 18 mgफास्फोरस, 0.08 mg जस्ता, 117 mg पोटैशियम, 2 mg सोडियम, 0.42 gmप्रोटीन, 0.7 gm वसा, 0.2 gm रेशा, 10.54 gm कार्बोहाइट्रेट, 1.69 gmशुगर, 0.025 mg विटामिन बी-1, 0.015 mg विटामिन बी-2, 0.038 mg विटामिन बी-6, 0.22 mg विटामिन-ई, फाइबर 2.8gm, 30 mg विटामिन-सी, 2 mg विटामिन-ए, 10 µg विटामिन बी-9 पायी जाती है। इस प्रकार मौसंबी विटामिन्स तथा मिनरल्स का भण्डार है।
मौसंबी के सेवन से फायदेः
- स्कर्वी रोग दूर करती हैः स्कर्वी रोग विटामिन- सी की कमी से हाता है। विटामिन- सी का मुख्य स्रोत मौसंबी है। मौसंबी के जूस का नियमित सेवन करने से विटामिन- सी की पूर्ति होकर स्कर्वी रोग ठीक हो जाता है।
- मधुमेह के रोगियों के लिए अत्यन्त लाभकारी हैः मौसंबी के छिल्के को सुखा कर उसका पाउडर बना कर सुबह- शाम एक-एक चम्मच पाउडर का गुनगुने पानी से नियमित सेवन करने से मधुमेह रोग नियन्त्रित हो जाता है।
- पाचन तन्त्र स्वस्थ करता हैः मौसंबी के जूस का नियमित सेवन करने से पेट की विभिन्न समस्याएं कब्ज, अपच, गैस आदि दूर हो जाती है तथा पाचन तन्त्र स्वस्थ हो जाता है।
- विटिमन-सी की पूर्ति होती हैः मौसंबी के नियमित सेवन से शरीर में विटामिन- सी की पूर्ति होती रहती है।
- कोलेस्ट्राल कम करती हैः मौसंबी का जूस नियमित रूप से सेवन करने से बैड कोलेस्ट्राल नष्ट हो जाता है तथा कोलेस्ट्राल कम हो जाता है। कोलेस्ट्राल लेबल नियन्त्रित रहता है।
- शरीर का वजन कम हो जाता हैः मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से शरीर में जमा अनावश्यक चर्वी नष्ट हो जाती है तथा वजन घट कर सन्तुलित हो जाता है।
- कब्ज दूर हो जाता हैः मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से आतों में जमा टाक्सिन बाहर निकल जाता है, आंत साफ हो जाती है तथा मौसंबी में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज को दूर कर देता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती हैः मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से शरीर में रक्त संचार सन्तुलित हो जाता है जिससे हृदय सही ढंग से कार्य करता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
- बाल स्वस्थ हो जाते हैः शरीर में आयरन की कमी से होने बाल कमजोर हो जाते हैं तथा झड़ने लगते हैं। मौसंबी में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से आयरन की कमी पूरी हो जाती है जिसके परिणामस्वरूप बाल स्वस्थ हो जाते हैं तथा बालों का झड़ना रूक जाता है।
- गठिया रोग में काफी लाभ मिलता हैः मौसंबी में एण्टी-इफ्लेमेट्री गुण होने के कारण मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से गठिया रोग में काफी लाभ होता है, जोड़ों की सूजन घट जाती है, दर्द कम हो जाता है।
- अस्थमा रोग में अत्यन्त लाभदायक हैः विटामिन-सी से समृध्द होने के कारण मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से अस्थमा रोग में काफी लाभ होता है।
- गर्भावस्था में अत्यन्त लाभकारी हैः गर्भावस्था में गर्भवती महिला को आयरन तथा विटामिन सी की अधिक आवश्यकता होती है। आयरन व विटामिन सी से समृध्द होने के कारण मौसंबी के जूस का निरन्तर सेवन करने से विटामिन सी तथा आयरन की कमी पूरी हो जाती है तथा शिशु का विकास अच्छा होता है।
मौसंबी के सेवन से नुकसानः
यदि किसी व्यक्ति को सिट्रस एसिड से एलर्जी है तो मौसंबी के जूस का सेवन करने से उसे एलर्जी हो सकती है। इसलिए सिट्रस एसिड से एलर्जी होने वाले व्यक्तियों को मौसंबी के जूस का सेवन नही करना चाहिए। जिन वयक्तियो के दांतों में सेंसटिविटी है, मौसंबी के जूस का सेवन उनके दांतों की सेंसेविटी बढ़ा देता है, इसलिए ऐसे लोगों को मौसंबी के जूस का सेवन नही करना चाहिए।